शांति के टापू छत्तीसगढ़ को अशांत एवं अपराध का गढ़ बनाना चाह रही कांग्रेस-जिला भाजपा
ब्रह्मोस न्यूज रायगढ़। भाजपा जिलाध्यक्ष उमेश अग्रवाल एवं महामंत्री द्वय अरुणधर दिवान सतीश चंद्र बेहरा ने कांग्रेस के ऊपर आरोप लगाया है कि उनके द्वारा छत्तीसगढ़ को अशांत करने का प्रयास किया जा रहा है ।आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा है कि आज जब हम प्रदेश का पचीसवां राज्योत्सव मना रहे हैं। वहां बड़े ही दुःख और चिंता के साथ कांग्रेस की कारगुजारियों को आपके बीच रखने की विवशता है। प्रदेश में जहां भी अपराध और तनाव जैसी स्थिति उत्पन्न हो रही है उसकी जड़ में कांग्रेस है। हमारा यह स्पष्ट आरोप है कि कांग्रेस जान बूझ कर छत्तीसगढ़ को आग में झोंकना चाहती है। इसलिए पहले ख़ुद अपराध को अंजना देती है। षड्यंत्र रचती है। फिर उस पर सरकार की घेरने में उसके बड़े नेता लग जाते हैं। यह कांग्रेस की राष्ट्रीय स्तर पर तय हुई साज़िश के तहत हो रहा है कि समूचे देश-प्रदेश को अराजकता में धकेल दो, फिर चुनी हुई सरकारों को अस्थिर करो। भय और आतंक का वातावरण निर्माण करो।छत्तीसगढ़ में भी हर आतंक और अपराध के पीछे कांग्रेस का ही खूनी पंजा है। कांग्रेस लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार और छत्तीसगढ़ समेत तमाम राज्यों में हुए सफ़ाये से अब जनता में प्रति बदले की भावना से भरी हुई है। वह समाज में अशांति फैलाने का काम कर रही है।
अभी दामाखेड़ा में कबीरपंथ ही नहीं समूचे प्रदेश के आस्था के केंद्र में हमला करने वाला भी कांग्रेस का सक्रिय कार्यकर्ता निकला है। इसका प्रमाण स्वयं प्रकाशमुनि साहब के फेसबुक के पोस्ट में है। प्रकाशमुनि साहेब ने अपने फेसबुक पोस्ट में इस बात का उल्लेख किया है कि इस घटना में भी अपराधी सरपंच पति कांग्रेस पार्टी का ही कार्यकर्ता है।
प्रकाशमुनि साहब ने स्पष्ट यह आरोप लगाया है कि दामखेड़ा की घटना को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। कांग्रेस के इस कृत्य की जितनी भर्त्सना की जाय, कम है।
इसी तरह आपने देखा कि बलौदाबाजार में किस तरह योजनाबद्ध तरीके से कलेक्टर और एसपी कार्यालय जलाये गये। इस प्रकरण में कांग्रेस के विधायक देवेंद्र यादव के साथ-साथ सैकड़ों कांग्रेसी जेल में बंद हैं। महीनों बाद भी किसी अदालत ने इन्हें अगर जमानत देने लायक भी नहीं पाया है तो समझा जा सकता है कि इनके खिलाफ साक्ष्य कितने मजबूत हैं।
इसी तरह सूरजपुर में पुलिस अधिकारी की पत्नी और बच्चे की जघन्य हत्या करने वाला एनएसयूआई का ज़िला महासचिव था तथा एनएसयूआई का जिलाध्यक्ष भी इस घृणित कृत्य में ज़िम्मेदार था। इस घिनौने कृत्य पर भी कांग्रेस उल्टे चोर कोतवाल को डाँटे की तर्ज़ पर राजनीति कर रही थी। सवाल उठता है कि क्या ये अब अपनी गंदी राजनीति चमकाने के लिए नरसंहार आदि को भी प्रायोजित करने से बाज नहीं आ रहे हैं? यह प्रश्न निराधार तो नहीं लगता। अगर ऐसा है, जो कि लग रहा है तो साफ कहा जा सकता है कि कांग्रेस अब एक गिरोह में बदल चुकी है।
लोहारीडीह कांड में भी बार बार गाँव में अशांति फैलाने और दो समूहों को लड़वाने का काम कांग्रेस कर रही है। यदि उन्हें पता है कि दोषी और निर्दोष कौन है तो बता दे पुलिस को या पुलिस को जाँच करने दे। यही नहीं केशकाल में युवा कांग्रेस का ब्लॉक उपाध्यक्ष 500 रुपये के लाखों के नक़ली नोट के साथ पुलिस के गिरफ़्त में है। कांग्रेस के नेता और उनसे संबंधित अधिकारियों पर कोयला घोटाला, शराब घोटाला, पीएससी घोटाला, महादेव घोटाला आदि के आरोप हैं।
कांग्रेस की इन कृत्यों को छत्तीसगढ़ क़तई सहन नहीं करेगा। भाजपा की हमारी सरकार तो प्रदेश में हर क़ीमत पर शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए कटिबद्ध है ही, हमारा संगठन भी लोकतांत्रिक तरीक़े से कांग्रेस का मुक़ाबला करने तैयार है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा कांग्रेस की आपराधिक कृत्य के विरोध में सभी ज़िला मुख्यालय में पुतला दहन किया जायेगा। कांग्रेस को स्पष्ट चेतावनी दी जा रही है कि वह अपने कृत्यों से बाज आये, अन्यथा उससे हर स्तर पर दो-दो हाथ करने भाजपा के कार्यकर्ता तैयार हैं। कांग्रेस को प्रदेश में अशांति, अराजकता और आतंक फैलाने और फिर उस आग पर अपना हाथ सेंकने की छूट हम बिल्कुल नहीं दे सकते।
दामाखेड़ा की कबीरपंथ के आचार्य जी के निवास में हुए हमले की हम घोर भर्त्सना करते हैं और इसके पीछे के षड्यंत्र की पता लगा कर दोषियों को चाहाए वह कितना ही बड़ा कांग्रेसी क्यों न हो, सलाख़ों के पीछे भिजवाने बिना भाजपा चैन से नहीं बैठेगी।