एकलव्य स्कूल के प्रभारी प्रचार्य और लेखापाल मांग रहे है रिश्वत, एसपी कलेक्टर से हुई शिकायत
पूर्व कलेक्टर भीमसिंग ने प्रभारी प्राचार्य को निलंबित करने के लिए राज्य स्तरीय आदिम जाति कल्याण आवासीय एवं आश्रम शैक्षणिक संस्थान समिति के आयुक्त पदेन सचिव को लिखा था पत्र
एक्सक्लूसिव
ब्रह्मोस न्यूज रायगढ़। रिश्वत की जिस दिमक को समाप्त करने के लिए राज्य शासन नित नये आयाम गढ़ रही है और पूरे प्रदेश में इसे कानूनन अपराध माना जाता हो। वही छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक सम्मानित स्कूल के उच्चासन पर बैठे प्रभारी प्रिंसपल और लेखपाल ही अगर स्कूल के शिक्षकों को उनका वेतन और लंबित एरियस की राशि देने के नाम पर रिश्वत मांगे तो इससे बड़ी विडम्बना और क्या हो सकती है। यही नही इस मामले में सूत्रों की माने तो इसकी शिकायत जिले के कलेक्टर से लेकर एसपी यहां तक आदिम जाति कल्याण विभाग के अफसर तक हो चुकी है। इसके बाद भी कोई कार्यवाही का नहीं होना दुर्भाग्य है। जी हां यह वाक्या जिले के खरसिया थाना के छोटे मुड़पार स्थित शासकीय एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय की है। जहां के प्रभारी प्राचार्य व लेखापाल ने स्कूल के शिक्षकों व कर्मचारियों को पिछले 3 महीने से वेतन और एरियर्स सिर्फ इस लिए नही दे रहे। क्यो की वहां के शिक्षको ने प्रभारी प्रचार्य के द्वारा मांगी गई प्रति व्यक्ति 5-5 हजार रुपये की रिश्वत देने से इंकार कर दिया है। जबकि ऐसा भी नही है कि स्कूल के शिक्षक व कर्मचारियों का वेतन एलॉटमेंट नहीं आया हो। बकायदा केंद्र शासन से स्कूल के कर्मचारियों का अलॉटमेंट आ चुका है और स्टेट कमेटी और (सचिव) कमिश्नर से पास होकर रायपुर के ट्रायबल से होकर जिले में आ गया है। इसके बावजूद स्कूल के शिक्षको व अन्य कर्मचारियों को वेतन का नहीं दिया जाना समझ से परे हैं।
कलेक्टर एसपी से हो चुकी है शिकायत
इस मामले में हुई शिकायत की माने तो वहां के शिक्षकों ने जिला प्रशासन से लेकर पुलिस प्रशासन, यहां तक रायपुर में बैठे उच्च अधिकारियों से भी गुहार लगा चुके हैं और इस मामले में कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक से भी शिकायत कर चुके है । इसके बावजूद इसमें कोई कार्यवाही नहीं हुई । यही वजह है कि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय छोटे मुडपार के शिक्षकों सहित वहां के कर्मचारियों को पिछले तीन महीने से वेतन नसीब नहीं हुआ। इसके कारण एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है।
स्कूल में है 23 कर्मचारी कार्यरत
बताया जाता है कि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय छोटे मुड़पार में शिक्षको से लेकर चपरासी व अन्य कर्मचारियों की संख्या 23 है। जिसमें वहां के प्रभारी प्राचार्य व लेखपाल भी खुद शामिल है।
सीआर खराब करने और झूठे केश में फसाने की दी जाती है धमकी
मामले में कर्मचारियों द्वारा कलेक्टर व एसपी से की गई शिकायत के अनुसार स्कूल के प्रभारी प्राचार्य और लेखपाल के द्वारा शिक्षकों व कर्मचारियों को झूठे केस में फसाने और उनका सीआर खराब करने की धमकी जाती है।
पूर्व कलेक्टर भीम सिंह ने प्रभारी प्रिंसिपल को निलंबित करने लिखा था पत्र
विदित हो कि 2 साल पूर्व 14 फरवरी 2022 को पूर्व कलेक्टर भीम सिंह ने स्कूल के उप प्राचार्य को निलंबित किए जाने के लिए प्रस्तावित किया था और छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय आदिम जाति कल्याण आवासीय एवं आश्रम शैक्षणिक संस्थान समिति के आयुक्त पदेन सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी को प्रभारी प्रचार्य की मनमानी और लापरवाही को लेकर पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने साफ-साफ शब्दों में लिखा था कि आदर्श आवासीय विद्यालय छोटे मुड़पार के उपप्राचार्य के द्वारा भूमि राज्य स्तरीय समिति के नाम पर नामांतरण नहीं करना, अधीनस्थ कर्मचारियों का वेतन भुगतान नहीं करना, एवं उच्च अधिकारी के द्वारा दिए गए निर्देशों की लगातार अवहेलना किया जाना छ ग सिविल सेवा आचरण अधिनियम 1965 के विपरीत गंभीर कदाचरण की श्रेणी में आता है। जिससे जिले में संचालित नवीन एकलव्य विद्यालयों के संचालन व्यवस्था एवं समन्वय स्थापित करने संबंधी समस्त कार्य प्रभावित हो रहे हैं। अतः (उप प्राचार्य) एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय छोटे मुड़पार पर विकासखंड खरसिया को तत्काल निलंबित किया जाना प्रस्तावित है।
नही उठ रहा है फोन
इस मामले में इस मामले में आदिम जाति कल्याण विभाग रायगढ़ के सहायक आयुक्त को जानकारी के लिए फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई परंतु उन्होंने फोन उठाना भी मुनासिब नहीं समझा।