क्या रायगढ़ को मिलेगी मार्च 2020 से बंद अंत्योदय एक्सप्रेस
शिक्षक ने छत्तीसगढ़ के 7 सांसदों तक पहुंचाई जनता की मांग कहा आप सभी रेलमंत्री से बात कीजिए। ट्वीट ईमेल भेज कराया बंद ट्रेन का स्मरण * सांसद तोखन साहू ने कहा ओके रायगढ़। मोदी सरकार ने 2017 में एसईसीआर जोन को 3 अंत्योदय एक्सप्रेस ट्रेन सौगात दी थी। मार्च 2020 के बाद से यह ट्रेन लापता है। 23 जुलाई को केंद्र में तीसरी बार आई मोदी सरकार आम बजट पेश कर रही है। पखवाड़े पहले से शिक्षक ने इस ट्रेन का स्मरण रायगढ़ , बिलासपुर , रायपुर , दुर्ग , राजनंदगांव कोरबा , जांजगीर चांपा के सांसदों को कराते हुए रेल मंत्री तक बात करने का निवेदन किया था। जिस पर बिलासपुर सांसद की ओर से पाजीटिव रिस्पांस मिला। देखना होगा कि बजट में यह मांग पूरी होती है अथवा नहीं।
रायगढ़। मोदी सरकार ने 2017 में एसईसीआर जोन को 3 अंत्योदय एक्सप्रेस ट्रेन सौगात दी थी। मार्च 2020 के बाद से यह ट्रेन लापता है। 23 जुलाई को केंद्र में तीसरी बार आई मोदी सरकार आम बजट पेश कर रही है। पखवाड़े पहले से शिक्षक ने इस ट्रेन का स्मरण रायगढ़ , बिलासपुर , रायपुर , दुर्ग , राजनंदगांव कोरबा , जांजगीर चांपा के सांसदों को कराते हुए रेल मंत्री तक बात करने का निवेदन किया था। जिस पर बिलासपुर सांसद की ओर से पाजीटिव रिस्पांस मिला। देखना होगा कि बजट में यह मांग पूरी होती है अथवा नहीं।
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शिक्षक संस्कार श्रीवास्तव ने रेल मंत्रालय रेल मंत्री दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन तक भी जनता की इस मांग को पहुंचाने की कोशिश की। बताया कि अंत्योदय एक्सप्रेस चलने से कमजोर आर्थिक वर्ग के लिए कम पैसों में अधिकाधिक सुविधा के साथ सुपर फास्ट ट्रेन की सुविधा मिली हुई थी। कोरोना के बाद से अभी तक नाम पर ट्रेनें बंद हैं।
इन ट्रेनों के सभी कोच अनारक्षित होते थे। लेकिन सुविधा स्लीपर की तरह होती थी। 2017 से 22895 / 22896 दुर्ग फिरोजपुर , 14719 / 14720 बिलासपुर बीकानेर बिलासपुर अंत्योदय एक्सप्रेस दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे को मिली थी। इसी के साथ 22885 / 22886 टाटानगर लोकमान्य तिलक टर्मिनस अंत्योदय एक्सप्रेस की सुविधा थी। ये रायगढ़ से पास होती थी। इन सभी ट्रेनों से रायगढ़ बिलासपुर भाटापारा रायपुर दुर्ग राजनांदगांव को सीधे रेल सेवा मिली थी। वहीं कोरबा जांजगीर चांपा के लोग बिलासपुर और अंबिकापुर क्षेत्र के यात्री अनूपपुर शहडोल से अंत्योदय एक्सप्रेस ट्रेन में सवारी करते थे। ये तीनों ट्रेनें चार साल से बंद हैं।
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शिक्षक ने परीक्षार्थियों की परेशानी को देखते हुए व्यापम को लिखा पत्र
बारिश के बीच स्टेशन पहुंचने के लिए आटो तलाश करते रहे रायगढ़ के युवा
शिक्षक संस्कार श्रीवास्तव ने व्यावसायिक परीक्षा मंडल रायपुर छत्तीसगढ़ को पत्र लिखकर रायगढ़ जैसे नगरों में सी सैट जैसी परीक्षाओं का केंद्र बनाने की मांग की है।
सरस्वती शिशु मंदिर तिलकनगर बिलासपुर के परीक्षा केन्द्र में वीक्षक की ड्यूटी कर रहे शिक्षक संस्कार श्रीवास्तव ने फोन पर बताया कि परीक्षा पूरी होने के बाद बहुत से परिक्षार्थी बारिश के चलते स्कूल में रुक गए थे । भारी बारिश में वे बिलासपुर स्टेशन जाने के लिए ऑटो की तलाश कर रहे थे। इन परीक्षार्थियों को जल्दी से जल्दी रायगढ़ कोरबा जांजगीर चांपा स्थित अपने घर पहुंचने की जल्दी थी। इनमें युवतियां और महिलाएं भी शामिल थीं। इन परीक्षार्थियों ने बताया कि वे रायगढ़ चांपा जांजगीर शिवरीनारायण से निजी वाहन का खर्च वहन कर बड़ी मुश्किल से बिलासपुर पहुंचे हैं । परीक्षार्थी रायगढ़ से 250 किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी तयकरके रायपुर और दुर्ग तक परीक्षा देने के लिए गए । ऐसी जानकारी भी मिली। खास बात यह रही कि रविवार 21 जुलाई को रायगढ़ से बिलासपुर के लिए आने वाली बिलासपुर मेमू लोकल और झारसुगड़ा पैसेंजर ट्रेन रद्द रहीं । ऐसी ट्रेनों की कैंसिल होने के कारण परीक्षार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा । संस्कार श्रीवास्तव ने व्यापम को ईमेल कर रायगढ़ कोरबा जांजगीर चांपा जैसे नगरों में भी इस तरह की परीक्षाओं का केंद्र बनाने की मांग की है जिससे परीक्षार्थियों को भविष्य में परेशान ना होना पड़े।