2 दिन तक खाक छानने के बाद वन कर्मियों को मिला हाथी की नन्हे मेहमान का प्रमाण
खरसिया के बीज कोर्ट में हुआ शावक का जन्म
रायगढ़। ब्रिज कोर्ट सर्किल के जंगल में मौजूद एक हाथियों को झुंड में नन्हे शावक ने जहां जन्म लिया है । वही हाथियों के लगातार चिंघाड़ने से फॉरेस्ट के वनकर्मी 2 दिन तक खाक छानते रहे इसके बाद ही हाथियों के झुंड का पता चला। वहां नन्हे शावक के जन्म का प्रमाण वन विभाग को मिल पाई । यही नहीं सूत्रों के माने तो विभाग के अधिकारियों ने इस क्षण को अपने कमरे में भी कैद कर लिया । जिसमें हाथी के एक नन्ही शावक के चहल कदमी और खेलने के यादगार पल को विभाग ने अपने कमरे में कैद कर लिया।
गौरतलब है कि खरसिया वन परिक्षेत्र के बिंजकोट सर्किल के कक्ष क्रमांक 1172 रिजर्व फारेस्ट झीटीपाली जंगल में एक मादा हाथी ने शावक को जन्म दी है। उससे पहले वह रात भर चिंघाड़ते रही। जंगल पास के गांव में रहने वाले ग्रामीणों ने उसकी आवाजे सूनी तो उन्हें कुछ शंका हुआ, तब वन कर्मचारियों को इसकी सूचना दी गई। ऐसे में वनकर्मी व ग्रामीण झीटीपाली के जंगल में पहुंचे और दो दिनों तक जंगल की खाक छान रहे तब जाकर उन्हें हाथी के बच्चे का जन्म देने के प्रमाण मिला। इसके बाद जंगल में शावक जन्म देने के निशान व कुछ प्रमाण की तस्वीर भी विभागीय अमला द्वारा ली गई।
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10 दिन का हो गया शावक
विभागीय कर्मचारियों ने बताया कि लगभग सात जुलाई को हाथी शावक के जन्म लेने के प्रमाण मिले हैं। ऐसे में अब वह शावक करीब दस दिन का हो गया है। बताया जा रहा है कि जब तक वह पूरी तरह चलने फिरने नहीं लग जाता तब तक कुछ माह मादा हाथी इस जंगल को छोड़कर नहीं जाएगी।
तीन माह में दो शावक
खरसिया रेंजर गोकुल प्रसाद यादव ने बताया कि इससे पहले करीब तीन माह पूर्व खरसिया रंेज के कक्ष क्रमांक 1154 में एक हाथी शावक का जन्म हुआ था। तीन माह में दो शावकों ने खरसिया रेंज में जन्म लिया है। ऐसे में अब नन्हें मेहमान को मिलाकर झुंड में तीन शावक हो गए।