मुख्यमंत्री के निर्देश पर युतियुक्तकरण पर लगी रोक, शिक्षको की एकता, संघ का प्रयास रंग लाया…. केदार जैन प्रांताध्यक्ष
ब्रह्मोस न्यूज़ रायगढ़ । आखिरकार शिक्षकों का विरोध रंग ले ही आया प्रदेश के मुखिया ने युक्तियुक्त करण पर रोक लगाने के आदेश जारी कर दिया गया उक्त आदेश के बाद शिक्षकों में खुशियों की लहर दौड़ गई है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा राज्य में युतियुक्तिकरण की प्रक्रिया का आदेश होने के बाद इस विसंगतिपूर्ण युक्तिकरण का शिक्षक समुदाय छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ के द्वारा लगातार विरोध किया गया। संघ के प्रांताध्यक्ष एवं कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रदेश उपाध्यक्ष केदार जैन के अगुवाई में सर्व प्रथम संयुक्त शिक्षक संघ द्वारा 16 अगस्त 2024 को सभी जिला मुख्यालय में प्रदर्शन करके मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इसके बाद कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के शैक्षिक संगठनों का बैठक आहूत कर 16 सितंबर 2024 को राज्यव्यापी हड़ताल कर डीपीआई के घेराव अल्टीमेटम शासन प्रशासन को दिया गया। माननीय मुख्यमंत्री तक ज्ञापन व संदेश पहुंचाया गया। जिनके निर्देश पर दिनांक 28 अगस्त 2024 को शिक्षा विभाग के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेसी द्वारा युतियुक्तिकरण पर चर्चा हेतु बैठक आहूत किया गया जिसमे छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ के प्रांत अध्यक्ष केदार जैन के द्वारा युतियुक्तकरण के विसंगतियों, शिक्षा के स्तर में पड़ने वाले विपरीत प्रभाव, शिक्षकों की परेशानी के सभी मुद्दों को प्रमुखता से तथ्य पूर्ण ढंग से रखा। जिसके बाद शिक्षा सचिव महोदय द्वारा इसकी जानकारी मुख्यमंत्री महोदय को प्रदान किया गया। जिस पर संवेदनशील मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर युतियुक्तकरण की प्रक्रिया पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाया गया। इस सफलता के लिए संघ माननीय मुख्यमंत्री जी, शिक्षा विभाग सचिव सहित आला अधिकारियों एवं शिक्षक समुदाय का आभार व्यक्त करता है। यह स्पष्ट होता है की एकता में ही वह ताकत है जो हमें न्याय दे सकता है। यह जानकारी छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष गिरजा शंकर शुक्ल द्वारा प्रदान किया गया।