ब्रह्मोस न्यूज सारंगढ़। जिला मुख्यालय सारंगढ़ के सुदूर अंचल के गांव में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी जगत जननी माँ विंध्यवासिनी देवी मंदिर परिसर कनकबीरा में हर्षोल्लास और विधि विधान से आंवला नवमी पर्व मनाया गया। मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि से लेकर पूर्णिमा तिथि तक भगवान विष्णु आंवला के वृक्ष में निवास करते हैं। इसलिए आंवला नवमी के दिन आंवला के वृक्ष की पूजा अर्चना की जाती है। जिससे आरोग्य, सुख-शांति और अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इसी मान्यता को लेकर माता के आँगन में स्थित आंवला पेड़ की पूजा आराधना की गई सुबह से ही श्रद्धालु जनों का आगमन होता रहा और आसपास के बिंझवार समाज एवं अन्य समाज के माताएँ, बहनें, बड़े भाई, बुजुर्ग, बच्चों की बड़ी संख्या में भीड़ एकत्रित हुई साथ में मंदिर परिवार की ओर से बड़े भोज का भी आयोजन का कार्यक्रम रखा गया था। जिसमें सभी क्षेत्रवासीयों ने भोज का आनंद लिया। विंध्यवासिनी मंदिर की आस्था और विश्वास की चर्चा के साथ मंदिर के आंगन में पर्व को मनाकर अपने को धन्य मानते हैं। लोगों का विश्वास इस स्थल से जुड़ा है गांव और आस पास में तीज त्यौहार पर लोग उपस्थित होकर एक साथ खुशी मनाते हैं।
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