पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर प्रदेश भर के पत्रकारों ने रायपुर में दिया धरना
ब्रम्होस न्यूज रायगढ़। पत्रकार सुरक्षा कानून को लेकर के जहां बुधवार को रायपुर के राज्यपाल भवन स्थित अकाशवाणी चौक में सयुक्त पत्रकार महासभा के बैनर तले एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया । वहां पूरे प्रदेश के पत्रकार एकत्रित होकर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग की है। वही प्रदेश भर के सभी पत्रकार संगठनो के पदाधिकारियो ने विशाल रैली निकाल कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा।
पत्रकार एकता महासभा की इस विशाल सभा में पूरे प्रदेश के पत्रकारों के साथ छत्तीसगढ़ सक्रिय पत्रकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष राज गोश्वामी सहित रायगढ़ जिलाध्यक्ष संतोष मेहर, संभागीय उपाध्यक्ष आलोक पांडेय तथा दुर्गा यादव व अन्य पत्रकारों ने भी अपनी उपस्थिति दी और धरना प्रदर्शन करते हुए शासन से पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग की । रैली के दौरान पुलिस प्रशासन ने पत्रकारों के इस महारैली को रोकने का भरशक प्रयास किया परंतु प्रदेश भर से आए पत्रकारों ने अपनी मांग को लेकर पुलिस पुलिस प्रशासन की एक नही सुनी और नारे बाजी करते हुए अपनी मांग को लेकर मुख्यमंत्री निवास की ओर निकल पड़े । इस दौरान रायपुर पुलिस में बीच रास्ते में बैरीकेट्स लगा दी । वहां पत्रकारों ने पुलिस की इस व्यवहार के खिलाफ नारेबाजी की जहां मुख्यमंत्री निवास में सीएम के नही होने पर एसडीएम के आने के पश्चात ही पत्रकार शांत हुए और ज्ञापन सौंप कर कार्यक्रम का समापन किया।
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पूर्व सरकार की चुनावी घोषणा बनी झुनझुना
विदित हो कि पिछली सरकार ने चुनाव के वक्त देश में छत्तीसगढ राज्य को पत्रकार सुरक्षा कानून बना कर प्रदाय कर मॉडल बनाने अपने चुनावी घोषणा पत्र में रखा। लेकिन उनकी सरकार के अंतिम वक्त पत्रकार सुरक्षा कानून के संबंध में ड्राफट बनाया जो ड्राफट बनाया वह अंतिम छोर के पत्रकारों के लिए कोई काम का नहीं रहा। यह बताना लाजिमी होगा कि संयुक्त महासभा के रूप में इस शक्ति संगठन के लिए सभी संगठनों के प्रदेश अध्यक्ष तथा जिलों में गठित संगठनों के जिलाध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों का पूर्ण समर्थन मिला।