रायगढ़ की कानून व्यवस्था ध्वस्त- पूर्व उच्च शिक्षामंत्री उमेश
ब्रह्मोस न्यूज़ रायगढ़। पुसौर सामूहिक दुष्कर्म मामले में पूर्व मंत्री और खरसिया विधायक उमेश पटेल अभी कांग्रेस की ओर से फिलहाल लीडिंग फ्रॉम द फ्रंट नजर आ रहे हैं। उमेश के ऐसे तेवर देखकर हर कोई स्तब्ध है। दुष्कर्म पीड़िता के स्वजनों से मुलाकात के समय उन्होंने घर के दूर से ही सभी कैमरे और मोबाईल को बंद करने का अनुरोध किया ताकि पीड़िता नाम और पहचान गुप्त रहे। वहीं उन्होंने स्वजनों से काफी देर तक सभी पहलुओं पर चर्चा की। उनके लिये वे क्या कर सकते है यह पूछा और उसे पूरा करने का आश्वासन भी दिया।
उमेश पटेल ने बताया कि बीते 8 महीनों में रायगढ़ की कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। आये दिन बड़ी वारदातें हो रही है। रायगढ़ में यह घटना बड़ी घटना है। पीड़ित परिवार के लोगों ने जो लिखित में आवेदन दिया है उसमें 12 से 14 लोगों के इस घटना शामिल की बात कही है और सिर्फ 7 की ही गिरफ्तारी हुई है। मैं पुलिस प्रशासन से कहना चाहूंगा कि जो भी इस घटना में शामिल हैं, जल्द से जल्द उनको तुरंत सजा मिले ताकि समाज में यह संदेश जाये कि इस तरह की घटना के बाद कोई बच न पाये। यह हम सबको झकझोर देने वाली घटना है और हम सब इस घटना से दुखी हैं। रायगढ़ में लगातार वारदातें बढ़ी है। यहां के लोग ओड़िशा जाकर गोलीकांड कर रहे हैं और रायगढ़ के लोगों की सर्चिंग तक नहीं हुुई। ऐसे में प्रशासन को सख्त होना पड़ेगा और ऐसी लचर व्यवस्था में गड़बड़ी होगी। पुलिस एक सक्षम इकाई है जिसके बुट की धमक होनी चाहिये, इसे कमजोर करने की कोशिश राजनीति दलों द्वारा की जा रही है। पुलिस को इशारे में चलाने का कार्य कर रही है। मुझे लगता है कि पुलिस को बिना दबाव में स्वतंत्र होकर काम करे। पुसौर सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करे।
उमेश पटेल ने आगे बताया कि पीड़िता के स्वजनों ने आरोपियों को जल्द सजा दिलाने और सरकार की ओर से सहायता देने की बात कही। मैं अपने स्तर पर इस गरीब परिवार को न्याय और सहायता देने के लिये खड़ा हूँ। पीड़ित परिवार बहुत विचलित है। महिला को लेकर कई अर्नगल बातें हो रही, जो सही नहीं है। पुलिस प्रशासन को इस बात को भी ध्यान में रखना चाहिये। रायगढ़ के लोगों को सुरक्षा देने में पुलिस प्रशासन फेल है। साय सरकार के खिलाफ कांग्रेस कल काली पट्टी बांधकर जुलूस निकालेगी और विरोध प्रदर्शन करेंगे। वहीं ओपी चौधरी के पीड़ित परिवार की निजता और इस मामले में राजनीति नहीं करने पर उमेश पटेल ने कहा कि पीड़ित परिवार से मिलने पर ही उनकी बातें सामने आयेगी। हम उनकी बात को समझने और उनकी पीड़ा को कम करने आये हैं।
रायगढ़ को सीढ़ी बनाकर इसी से ही विमुख हुए ओपी: प्रकाशपीड़िता के परिजनों से मुलाकात के दौरान रायगढ़ के पूर्व विधायक प्रकाश नायक भी उमेश पटेल के साथ पहुंचे थे। प्रकाश नायक ने रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी पर गंभीर आरोप लगाये हैं। उनका कहना है कि विधायक से तो मिलना बहुत बड़ी बात है तो उनसे संपर्क करना और भी मुश्किल है। पुसौर सामूहिक दुष्कर्म के तीन दिन तक भाजपा चुप रही और जब उन्हें पता चला चौथे दिन जिस समय पीड़िता के गांव ढांढस बंधाने जा रही है उसी समय भाजपा ने ओपी चौधरी का प्रेस कॉफ्रेंस किया। ये वहीं ओपी चौधरी हैं, जिनके जन्मदिन पर चकाचौंध व्यवस्था थी और रायगढ़ अंधेरे में डूबा हुआ था। ओपी बाहरी हैं और उन्हें रायगढ़ की जनता से कोई मतलब नहीं है। जब वे खरसिया से चुनाव में खड़े थे तब कहा था हार हो या जीत, खरसिया के साथ हमेशा खड़ा रहूंगा लेकिन वे वहां से भाग गये। रायगढ़ से चुनाव लड़े और रायगढ़ से भी विमुख हो गये। उन्होंने रायगढ़ को एक सीढ़ी की तरह इस्तेमाल किया। वादा तो बहुत किया पर मूलभूत सुविधाएं भी नहीं दे सके। संजय कॉम्प्लेक्स को लेकर गंभीर नहीं दिखा रहे। जबकि पैसा और योजना दोनों तैयार है और वे नालंदा परिसर की बात करते हैं। जहां नालंदा परिसर बनेगा, वहां 25 से अधिक परिवार तबाह हो जायेंगे मैंने खुद उस जगह को देखा है। सोशल मीडिया में यह बातें आम है कि रायगढ़ में अब दो-दो कलेक्टर हो गये है। ओपी पत्रकारों के भी नहीं है। प्रेस क्लब का भवन और पैसा दोनों ही डूब गया। व्यापारी जीएसटी को लेकर डरे हुए हैं।
इनकी रही उपस्थितिपीड़ित परिजनों से मुलाकात करने के दौरान प्रकाश नायक, दिलीप पाण्डेय, अनिल शुक्ला, रितेश थवाईत, नरेश तिवारी, रोहित पटेल, राकेश पाण्डेय, आकाश मिश्रा, रवि पाण्डेय, गोपी चौधरी, योगेश चौहान, दुर्गा मालाकार, विमला भोई, सूर्यकान्ति चौहान, अनूसुईया चौहान, किशोर कसेर, हेमलाल साव, कुंजराम पटेल, शरद यादव, आशीष जायसवाल, रवि यादव, लल्लू सिंह एवं पुसौर क्षेत्र के कई कांग्रेस नेता कार्यकर्ता व आम नागरिक शामिल रहें।